19 जुलाई 2023 को सियाचिन ग्लेशियर पर सेना के बनकर को जलते हुए देखकर कैप्टन अंशुमान ने उसके अंदर छलांग लगा दिया और करीब चार जाबानो को बचा लिया मगर इस दौरन वो खुद फंस गए और शरीर पूरी तरह से जल गई अस्पताल में इलाज के समय वो शाहिद हो गए ऐसे बीर जबानो को हमारा सलाम है|
कैप्टन अंशुमन सिंह की बिरता के लिए उन्हें कीर्ति चक्र से राष्ट्रपति के द्वार सम्मान दिया गया, जिसको उनकी पत्नी स्मृति सिंह ने प्राप्त किया|इस सम्मान को लेते हुए उनकी पत्नी बहुत भावुक हो गई|